It is not a blog, it is a collection of thoughts, values, feelings and a little sense of humor(sometimes :-), coz it costs nothing to be happy).
Wednesday, January 29, 2020
कभी हँसाती, कभी रुलाती है ज़िन्दगी,
हर पल नया तमाशा दिखाती है जिंदगी,
चलना भी हम चाहें गर अपने दम पर,
अपने इशारों पे नचाती है जिंदगी।
किसी की आंख का मोती, कभी नासूर होता है,
कभी जो पास था चेहरा, वो कितना दूर होता है,
जवानी में हजारों ख्वाइशें कुर्बान की जिसने,
बुढापे में वही चेहरा, क्यों मजबूर होता है।
कही लब पे गुज़ारिश है, कही लब पे सिफारिश है,
कही भीगी सी आंखों में, फकत मिलने की ख्वाइश है,
जो तेरे पास है कर ले उसी में सब्र ऐ बंदे,
मिलाया है, छुड़ाया है, ये सब उसकी ही साज़िश है।